किम जोंग उन ने 2023 को कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व को दिए एक उग्र नीतिगत भाषण के साथ समाप्त किया. इसमें उन्होंने दक्षिण कोरिया के साथ शांतिपूर्ण पुनर्मिलन की किसी भी तरह की उम्मीद को त्याग दिया. रूस और यूक्रेन के बीच चल रही जंग को अगले महीने दो साल पूरे हो जाएंगे. हमास के आतंकी हमले के बाद इजरायल ने फिलिस्तीन को बर्बादी की कगार पर ला खड़ा किया है.
हाल ही में पाक सेना की एयरस्ट्राइक में 4 ईरानी बच्चों समेत 9 लोगों की मौत हो गई जिसके बाद पाकिस्तान और ईरान के बीच जंग की आहट सुनाई देने लगी है. इस बीच उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के इरादे भी ठीक नजर नहीं आ रहे हैं.
शांतिपूर्ण पुनर्मिलन की उम्मीद नहीं
किम जोंग उन ने 2023 को कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व को दिए एक उग्र नीतिगत भाषण के साथ समाप्त किया. इसमें उन्होंने दक्षिण कोरिया के साथ शांतिपूर्ण पुनर्मिलन की किसी भी तरह की उम्मीद को त्याग दिया. किम जोंग ने भाषण में उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच रिश्ते को ‘दो शत्रुतापूर्ण देशों’ और ‘युद्ध में दो जुझारू देशों के बीच’ के रूप में वर्णित किया.
परमाणु हथियार बढ़ाने पर जोर
राज्य द्वारा संचालित समाचार एजेंसी केसीएनए के अनुसार किम ने उत्तर कोरिया के परमाणु शस्त्रागार के “तेजी से” विस्तार और बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण में तेजी लाने का आह्वान किया. उन्होंने तीन नए जासूसी उपग्रह लॉन्च करने का भी वादा किया. भाषण में, किम ने दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका पर आक्रमण की तैयारी में लापरवाह कदम उठाने का आरोप लगाया और चेतावनी दी, ‘कोरियाई प्रायद्वीप पर किसी भी समय युद्ध छिड़ सकता है.
अमेरिका भी उसकी जद में
उत्तर कोरिया ने 2023 में रिकॉर्ड संख्या में मिसाइलें लॉन्च कीं, जिसमें दिसंबर में उसने परमाणु-सक्षम आईसीबीएम होने का दावा किया था जो अमेरिका के किसी भी हिस्से को निशाना बना सकती है. इसने पिछले साल के अंत में एक रॉकेट भी लॉन्च किया था, जिसे एक जासूसी उपग्रह को कक्षा में स्थापित किया था. रविवार को अपने ताजा प्रक्षेपण के बाद उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने एक मध्यवर्ती दूरी की हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल को सफलतापूर्वक दागा.
अमेरिकी उपग्रहों को क्या पता लगा
6 जनवरी को, दक्षिण कोरिया ने कहा कि उत्तर ने प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर समुद्री सीमा पर येओनप्योंग द्वीप के करीब पानी में कम से कम 60 तोप के गोले दागे. इसके अतिरिक्त, अमेरिकी उपग्रहों ने उत्तर कोरियाई मैनफो उन्हा केमिकल कॉम्प्लेक्स के आधुनिकीकरण और विस्तार का पता लगाया है, जो मिसाइल ईंधन और परमाणु हथियारों के लिए उपयोग किए जाने वाले केमिकल के उत्पादन से जुड़ा है. दिसंबर में, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने बताया कि योंगब्योन में एक अन्य परमाणु रिएक्टर चालू है और इसका उपयोग हथियार-ग्रेड ईंधन का उत्पादन करने के लिए किया जा सकता है.
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