500 साल के लंबे इंतजार के बाद 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिरा का उद्घाटन होने जा रहा है। इस मौके को खास बनाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार हर कदम उठा रही है। ऐसे में अयोध्या को करीब 15 हजार करोड़ की सौगात देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर को गुरुवार को एक बार फिर से अनोखा उपहार दिया है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट जारी किया हैं। पीएम ने इसी के साथ दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की। इस डाक टिकट पर अलग-अलग डिजाइन भी बने हुए हैं।
अयोध्या से करीब तीन साल पहले, 22 सितंबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के मानस मंदिर में श्रीराम की जीवनगाथा पर डाक टिकट जारी किया था। यहां प्रधानमंत्री मंत्री ने प्रभु राम के जीवन पर आधारित 11 स्मारक डाक टिकट जारी किये थे। ये सभी डाक टिकट रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर आधारित हैं। इसमें राम-सीता स्वयंवर से लेकर भगवान राम के राज्याभिषेक तक के प्रसंग को दर्शाया गया है। टिकट पर प्रयागराज (तत्कालीन इलाहाबाद) के सोरांव तहसील स्थित श्रृंगवेरपुर की उस ऐतिहासिक फोटो को भी दर्शाया गया है, जिसमें श्रीराम, लक्ष्मण और सीता नाव पर सवार होकर नदी पार करते दिख रहे हैं। इस रास्ते से प्रभु राम 14 वर्ष के वनवास पर गए थे।
6 डाक टिकट जारी
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आज जारी किए गए डाक टिकट में राम मंदिर, चौपाई 'मंगल भवन अमंगल हारी', सूर्य, सरयू नदी और मंदिर और ऐसी ही कई मूर्तियां शामिल हैं। पीएम द्वारा जारी डाक टिकट में कुल 6 टिकटें हैं जिनमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी की तस्वीर शामिल हैं।
डाक टिकट में कई चीजें हैं शामिल
पीएम द्वारा जारी किए गए इस डाक टिकट में सूर्य की किरणों और चौपाई की सोने की पत्ती लघु शीट को एक राजसी प्रतीक बनाती है। पांच भौतिक तत्व यानी आकाश, वायु, अग्नि, पृथ्वी और जल, जिन्हें 'पंचभूत' के रूप में जाना जाता है, विभिन्न डिजाइन के माध्यम से उसे दर्शाया गया है।
भगवान राम पर 20 से अधिक देशों के डाक टिकट भी शामिल
इसी के साथ भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की गई जो विभिन्न समाजों पर भगवान राम की अंतर्राष्ट्रीय अपील को प्रदर्शित करती है। 48 पन्नों की इस पुस्तक में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों द्वारा जारी किए गए डाक टिकट शामिल हैं।
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